Skip to main content

Posts

Showing posts from July, 2021

Today let us tell you about the usefulness of Ashtanga Yoga?By social worker Vanitha Kasniya PunjabBal Vanitha Mahila AshramAll the people of the world want happiness and peace and whatever the person is doing in the world

आज आपको अष्टांग योग की उपयोगिता के बारे मे बताते है?   By  समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब बाल वनिता महिला आश्रम संसार के सभी व्यक्ति सुख एवं शान्ति चाहते हैं तथा विश्व में जो कुछ भी व्यक्ति कर रहा है, उसका एक ही मुख्य लक्ष्य है कि इससे उसे सुख मिलेगा। व्यक्ति ही नहीं, कोई भी राष्ट्र अथवा विश्व के सम्पूर्ण राष्ट्र मिलकर भी इस बात पर सहमत हैं कि विश्व में शान्ति स्थापित होनी चाहिए। प्रतिवर्ष इसी उद्देश्य से ही एक व्यक्ति को, जो कि सर्वात्मना शांति स्थापित करने के लिए समर्पित होता है, उसको नोबेल पुरस्कार भी प्रदान किया जाता है। परन्तु यह शान्ति कैसे स्थापित हो, इस बात को लेकर सभी असमंजस की स्थिति में हैं। सभी लोग अपने-अपने विवेक के अनुसार इसके लिए कुछ चिन्तन करते हैं, परन्तु एक सर्वसम्मत मार्ग नहीं निकल पाता। इसका अर्थ है कि दुनिया के लोग जिन उपायों पर विचार कर रहे हैं, उनमें सार्थकता तो है, परन्तु परिपूर्णता, समग्रता एवं व्यापकता नहीं। प्रचलित मत पन्थों, सप्रदायों एवं तथाकथित धर्मों को अपनाने से जहाँ व्यक्ति को एक ओर थोड़ी शान्ति मिलती है, वहीं इन संप्रदायों के पचड़े ...

In which house of the horoscope Saturn gives inauspicious effects?By philanthropist Vanitha Kasniya PunjabSaturn is such a planet towards which everyone's fear always remains. In which house Saturn is in the horoscope of any person,

शनि कुंडली के किस भाव में अशुभ प्रभाव प्रदान करता है? By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब शनि ऐसा ग्रह है जिसके प्रति सभी का डर सदैव बना रहता है. किसी भी मनुष्‍य की कुंडली में शनि किस भाव में है, इससे मनुष्‍य के जीवन की दिशा, सुख, दुख आदि सभी बात निर्धारित हो जाती है. शनि को कष्टप्रदाता के रूप में अधिक जाना जाता है. शनि कुंडली के त्रिक (6, 8, 12) भावों का कारक है. शनि को सूर्य पुत्र माना जाता है. लेकिन इसे पिता का शत्रु भी कहा जाता है. पहला घर सूर्य और मंगल ग्रह से प्रभावित होता है। पहले घर में शनि तभी अच्छे परिणाम देगा जब तीसरे, सातवें या दसवें घर में शनि के शत्रु ग्रह न हों. यदि, बुध या शुक्र, राहू या केतू, सातवें भाव में हों तो शनि हमेशा अच्छे परिणाम देगा. शनि ग्रह के सम्बन्ध मे अनेक भ्रान्तियां और इस लिये उसे मारक, अशुभ और दुख कारक माना जाता है. लेकिन शनि उतना अशुभ और मारक नही है, जितना उसे माना जाता है. इसलिये वह शत्रु नही मित्र है. मोक्ष को देने वाला एक मात्र शनि ग्रह ही है. सत्य तो यह ही है कि शनि प्रकृति में संतुलन पैदा करता है, और हर प्राणी के साथ न्याय करता है. जो लोग अनुचित विष...